चतुःषष्टि योगिनी पूजनम एंव साधना

आवाहन मंत्र   अग्नि कोण में चतुःषष्टि योगिनी का आवाहन करे |  आवाहयाम्यहं देवी योगिनी परमेश्र्व्रीम | योगाभ्यासेन संतुष्टा परध्यान समविंता || दिव्य […]

श्रीनायिका कवचम् – यक्षिणी वशीकरण हेतु

।। श्री उन्मत्त-भैरव उवाच ।। श्रृणु कल्याणि ! मद्-वाक्यं, कवचं देव-दुर्लभं । यक्षिणी-नायिकानां तु,  संक्षेपात् सिद्धि-दायकं ।। हे कल्याणि ! देवताओं को दुर्लभ, संक्षेप […]