घंटा कर्ण महावीर लक्ष्मी साधना — Ghantakaran Mhaveer Lakshmi Sadhna

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ऐसा कभी हो ही नहीं सकता कि ये साधना करें और पैसे की तंगी आ जाये | ये साधना पूज्य गुरुदेव से प्राप्त की हुई  है और पूर्ण रूप से एक नहीं कई साधकों दुआरा अनुभव की हुई  है | हमने भी इसे अनुभव किया है | जब मंदिर का काम रुक सा गया था | तब पूज्य गुरुदेव जी से इस बारे बात की तब उन्होंने अति कृपा कर यह साधना प्रदान की थी | उन्ही  के निर्देश अनुसार इसे संपन किया हुस्न चन्द जी ने और उनसे ये साधना लेकर कई गुरुभाई लाभ उठा सके और जब इसे संपन्न किया तो घंटाकर्ण महावीर प्रकट हुआ था तो उसने कहा, क्या चाहिए तो मेरे गुरु भाई ने एक ऐसे साधना कक्ष की मांग की जो पीले रंग के पत्थर से शुशोभित हो और उसमें पूज्य गुरूजी का आसन हो और भजन सुनने के लिए एक डेक हो वो तथास्तु कहकर चले गये और 8 दिन बाद ही कमरा बनना शुरू हो गया और जयपुर से स्पेशल पीले रंग का पत्थर मंगाया गया | उसका कालीन कश्मीर से १२००० का आया और डेक १८००० का मिलट्री कंटीन से मगाया गया और गुरु जी का आसन सुंदर सा लगाया गया | आप समझ गये होंगे कि यह साधना कितनी महत्वपूर्ण है | जिसको भी यह संपन कराई उसकी किस्मत ही पलट दी इस साधना ने | मैं यहाँ सिर्फ आपके लाभ हेतु और जिज्ञाशा वश दे रहा हूँ इसलिए आलोचना अस्वीकार होगी |

गुरु आश्रम से दो सामग्री मंगा लें या स्वयं एकत्रित कर लें, चंद्रघंटा यंत्र और कमलगट्टे की माला |

साधना काल– यह साधना पूर्णिमा से शुरू करनी है | दूसरी पूर्णिमा को रात्रि में कमलगट्टे को घी में भिगोकर हवन करें,  साधना पूर्ण हो जाएगी | दुसरे दिन किसी बालक को मीठा भोजन करा दें | पंसारी की दुकान से 1 किलो कमलगट्टे ले लेना, 100 रूपये के आ जायेंगे | उसमें घी डाल के हवन करना है पूर्णिमा की रात्रि को साधना के अंतिम दिन |

प्रथम गुरु पूजन, गणेश पूजन  और यन्त्र का पूजन करें | भोग के लिए दूध का बना प्रशाद रखें |

सामान्य पूजन कर गुरुदेव से मन्त्र सिद्धि के लिए प्रार्थना करें और जप शुरू करें | 21 माला जप करना है 30 दिन,  अगर आप विशेष सिद्धि  चाहते हैं |

अगर किसी शिव मंदिर में जाकर इस मन्त्र का 30 मिनट जप कर लिया जाये तो भी काफी अनुकूलता हो जाती है पर विशेष सिद्धि  हेतु य़ा आ रही समस्या के निवारण हेतु यह साधना राम बाण की तरह है | ऐसा हमारा अनुभव है | आप इस साधना को करें | कई साधक यक्षिणी आदि की साधना या कोई ऐसी ही साधना के वक़्त तंगी का सामना करते हैं जो कभी कभी साधक को विचलित कर देता है, उन्हें भी सभी छोड़कर पहले इसे संपन कर लेना चाहिए तो किसी भी साधना का पैसे पर दुष्प्रभाव नहीं पड़ता |

मानसिक गुरु आज्ञा लेकर प्रसन्न मन से निम्न मन्त्र का जप शुरू करें | 30 दिन की साधना है और सारी जिन्दगी का आराम |

मन्त्र

|| ॐ श्रीं ह्रीं क्रीं क्रों ॐ घंटाकर्ण महावीर लक्ष्मी पूरय पूरय सुख सौभाग्य करू करू स्वाहा ||

||  Om Shreem Hreem Kreem Krom Om Ghantaakaran Mhaaveer Laxmi Poorya poorya sukh Saubhagya Karu Karu Swaha ||

बस इस मंत्र का 21 माला जप करें और पूर्णिमा से शुरू करके दूसरी पूर्णिमा को संपन करें |

गुरुदेव आपके जीवन की दरिद्रता को हमेशा हमेशा के लिए समाप्त कर दें,  ऐसी ही उनसे आप के लिए मंगल कामना करता हूँ | नगेंदर |

ॐ