साबर तंत्र में इस साधना को मोहनी जाल के नाम से जाना जाता है | इसका प्रयोग कभी विफल नहीं जाता !इससे जहाँ अपने उच्च अधिकारी को अपने अनुकूल बना सकते हैं | वहीँ अपने आस पास के वातावरण को अपने विरोधी होने से रोक सकते हैं | अपनी झगड़ालू पत्नी या पति को भी अपने वश में कर उसे अनुकूलता दे सकते हैं | कई लोग इस प्रयोग का गलत इस्तेमाल कर लेते हैं | उन्हें यही कहता हूँ कि कोई भी ऐसा कार्य ना करें जो सामाजिक दृष्टि से अनुकूल ना हो | सिर्फ आवश्यकता पड़ने पर ही यह प्रयोग करें | मुझे कई सवाल आये वशीकरण बारे पर मैं ज्यादा करके टाल देता हूँ | यहाँ भी यह प्रयोग जिज्ञाशा के लिए दे रहा हूँ | इसलिए इसे सद्कार्य हेतु इस्तेमाल करें नहीं तो शक्ति कई बार विपरीत स्थिति भी पैदा कर देती है | मैंने काफी समय पहले साबर शिव तंत्र पढ़ा था | उसमें यह प्रयोग दिया था | इसे अनुभूत किया | यह घर से भी साध्य व्यक्ति को बुला लेता है | ऐसा परखा हुआ है | मोहनी जाल फेंकना आसान है, मगर उठाना उतना ही मुश्किल | इसलिए इसे इस्तेमाल करने से पहले पुनः सोच विचार कर लें | इस का प्रयोग अति शक्तिशाली है | इससे अपने प्रतिदुंदियों को अपने अनुकूल कर मनचाहा कार्य संपन्न करा सकते हैं | यह प्रयोग पहली बार आपके समक्ष ला रहा हूँ |
साधना विधि
१. इसे लाल वस्त्र धारण कर करना चाहिए |
२. आसन कुषा का या कम्बल का ले सकते हैं |
३. दिशा उतर रहेगी |
४. मन्त्र जाप पाँच माला करना है | इसके लिए लाल चन्दन या कुंकुम की माला या काले हकीक की माला इस्तेमाल कर सकते हैं |
५. तेल का दीपक साधना काल में जलता रहेगा जब तक आप मन्त्र जाप करते हैं | दीपक में तिल का तेल इस्तेमाल करें तो ज्यादा उचित है |
६. सोलह किस्म का सिंगार ले आयें | उसे बाजोट पर लाल वस्त्र बिछा कर उसपर रख दें और सात किस्म की मिठाई भी रख दें | इसके अलावा छोटी इलायची और एक शीशी इतर पास रखें और एक मीठा पान का बीड़ा रख दें |
७. साधना के बाद छोटी इलायची और इतर को छोड़कर शेष सामग्री किसी निर्जन स्थान पर उसी लाल वस्त्र में बांधकर छोड़ दें अथवा नदी में प्रवाहित कर दें |
८. वशीकरण के लिए एक इलायची ७ बार यह मन्त्र पढ़ किसी को खिला दें |
९. जब आप किसी अधिकारी से मिलने जा रहे हों जो आपका कार्य नहीं कर रहा तो थोडा इतर लगाकर चले जाएँ | वो आपकी बात जरुर सुनेगा |
१०. इसे २१ दिन करना है और मन शुद्ध रखें |
११. सारी सामग्री लाल वस्त्र पर रखकर उसमें तेल का दिया किसी पात्र में रख कर लगा दें और मन्त्र जाप शुरू करने से पहले गणेश पूजन, गुरु पूजन और श्री भैरव पूजन अनिवार्य है |
१२. उस दिये पर एक मिटटी के पात्र पर थोडा घी लगाकर दिये से थोड़ा ऊँचा रख सकते हैं काजल उतारने के लिए | उस काजल से तीव्र सम्मोहन होता है | उसे आँखों में लगाकर जिसे भी देखेंगे सम्मोहित हो जायेगा |
साधना करते वक़्त ख्याल रखें , कई बार मोहिनी भयानक रूप में सामने आ जाती है | जिसके काले वस्त्र होते हैं और रंग काला होता है | होठों पर ढेर सारी सुर्खी लगी होती है | आंखे बिजली की तरह चमक रही होती हैं | ऐसी हालत में डरे न , नहीं तो मेहनत बेकार हो जाती है | और ना ही उसकी आंखो में देखने का प्रयत्न करें , नहीं तो आप सम्मोहित हो जायेंगे और साधना रुक जाएगी | बहुत धैर्य से काम लें | जब तक वो वर मांगने को न कहे तब तक बोले नहीं , सिर्फ अपने मंत्र जप पर ध्यान दें | जब आपका वचन हो जाए तो उसे कहें कि जब भी मैं आपको याद कर इस मंत्र का जप कर जिसे सम्मोहित करना चाहूं कर सकूं, आप ऐसा वर दें | इससे सम्मोहन की शक्ति आपको दे देगी | उसे श्रृंगार, मिठाई, पान आदि प्रदान करें | वो खुश होकर आपको सकल सम्मोहन का वचन दे देगी अगर ऐसा न भी हो तो भी मंत्र सिद्ध हो जाता है और कार्य करने लगता है | ऐसा सिर्फ इसलिए लिखा है कि मेरा ऐसा अनुभव है | जो मैं समझता हूँ किसी के साथ भी ऐसा हो सकता है | पर अक्सर मंत्र सिद्ध हो जाता है और कार्य करने लगता है | साधना के बाद आप इसके प्रयोग की पुष्टि कर सकते हैं | भूल कर भी गलत कार्यों में इसका इस्तेमाल न करें | इसका कई बार विपरीत परिणाम भी भुगतना पड़ सकता है |
|| साबर मंत्र ||
मोहिनी मोहिनी मैं करा मोहिनी मेरा नाम |
राजा मोहा प्रजा मोहा मोहा शहर ग्राम ||
त्रिंजन बैठी नार मोहा चोंके बैठी को |
सत्तर बहतर जिस गली मैं जावा सौ मित्र सौ वैरी को ||
वाजे मन्त्र फुरे वाचा |
देखा महा मोहिनी तेरे इल्म का तमाशा ||
|| Sabar Mantra ||
mohini mohini main kra mohini mera naam |
raja moha parja moha moha shahar gram ||
trinjan baithi naar moha chonke baithi ko |
70-72 jis gali main java 100 mitr 100 vairi ko ||
vaje mantr fure vacha |
dekha mha mohini tere ilam ka tamasha ||