पथरबेर- पथरी के लिए औषधि(Aayurveda)

पथरबेर सभी जगह पंसारी से मिल जाता है ! 250 ग्राम या 500 ग्राम ले लें | उसे मूली का पानी डाल कर खरल करें , यह कर्म तब तक करें जब तक 2 बोतल मूली का पानी उसमें जज़्ब न हो जाए ! फिर सुखा कर किसी बोतल आदि में डाल लें ! यह पथरी की औषधि तैयार है | तीन ग्राम की पुडिया सौंफ के अर्क के साथ दें | पथरी वाले को उडद की दाल, पालक , चावल , टमाटर आदि नहीं लेने हैं और बाई बादी चीजे न लें और साथ में कुलथ की दाल एक गिलास पानी में भिगो दें ! इस पानी को सुबह खाली पेट पी लें ! दो दिन या दूसरे दिन वह कुल्थ दाल आदि बना कर खा लें और दूसरी भिगो दें ! यह हफ्ते में दो बार या रोज भी ले सकते हैं | पानी में नमक या जीरा आदि मिला सकते हैं | कुछ ही दिन में यह नुस्खा पथरी को तोड़ कर निकाल देता है | दिन में एक बार खारा सोडा जरूर लें | यह पुडिया एक दिन छोड़ कर दें ! ज्यादातर तीन चार पुडिया से ही पथरी टूट कर निकल जाती है |