समर्पण –10– औघड़ साधना का एक रूप
कई दिनों से औघड़ शमशान पर दृष्टि रखे हुए था | आज बहुत दिनों के बाद उसे अपनी मनोवांछित सिद्धि करने का […]
कई दिनों से औघड़ शमशान पर दृष्टि रखे हुए था | आज बहुत दिनों के बाद उसे अपनी मनोवांछित सिद्धि करने का […]
आज भंडारा चले हुए कई दिन हो गये थे अचानक बाबा जी के मन में क्या आया, उन्होंने कहा 2 कड़ाहे चावल […]
बाबा राम नाथ जी नाथ सम्प्रदाय के महान साधक थे | उनका कर्म भी महान था | 1947 के ग़दर के वक़्त […]
आज आपसे अपने अनुभव बांटते हुए मुझे बहुत प्रसन्ता हो रही है | इस तरह मेरी यादें भी ताजा हो जाती हैं […]
अखंडानन्द जी के जाने के करीब महीने बाद शिवरात्रि थी | हम सभी गुरु भाइयों ने अखंडानन्द जी के लिए भंडारा किया […]
बाबा अखंडानन्द जी ने अनेक गुरुदुआरे के कार सेवक बाबा लाभ सिंह जी दिल्ली वालों की अगवाई में बनाये थे, जैसे आनंदपुर […]
जब मैं वहाँ रह रहा था तो कुछ दिन के बाद बहुत बीमार पड गया | उठकर बाहर गया और बेहोश सा […]
बाबा जी के पास जाने से पहले मेरी मुलाकात गुरु कृपा से ऐसे विशेष साधकों से हुई जिनका जिक्र करना अनिवार्य समझता […]
मैं उन्ही दिनों बाबा जी के साथ उनके शिष्य रमेश से मिलने गया । रमेश ने शिव जी की साधना अघोर विद्या से […]
बात सन 1999 की है | मैं उन दिनों ज्यादातर घर से बाहर ही रहता था | कुछ विशेष जानने की इच्छा […]