साबर ब्रह्म पाश साधना (रक्षा के लिए) — Sabar Brahmpash Sadhna (for Protection)

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आज के युग में इन्सान भय में जीता है | घर में कलेश का भय, दफ्तर में ऑफिसर का भय, यात्रा में दुर्घटना का भय, चोरी का भय, विषैले जंतु का भय, कभी जंगल में हो तो खतरनाक जीव का भय | इस तरह सारी जिन्दगी एक भय के साये में व्यतीत हो जाती है | जीवन में कोई ना कोई कमी खटकती रहती है | ऐसा क्या करें जो भय मुक्त होकर जीवन का आनंद ले सकें | इसके लिए साबर तंत्र में एक बहुत महत्वपूर्ण साधना की जाती है जो नाथ सम्प्रदाय में और भी कई सम्प्रदायों में संपन्न की जाती है | इसे कर लेने के बाद इन्सान सभी किस्म के भय से मुक्ति पा जाता है |

विधि  

इसे आपको 7 दिन में करना है और 108 मंत्र प्रति दिन कर सकते हैं | इसमें माला रुद्राक्ष की ले सकते हैं | गुरु पूजन कर मानसिक आज्ञा लें और एक बार करने के बाद इसे कहीं भी आत्म रक्षा के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं | इसका बहुत ही सरल विधान है | बस जितने दिन करनी है एक समय मीठा भोजन करना है | थोड़ा भोजन किसी पत्तल में ड़ाल कर पीपल के पेड़ के नीचे रख देना है | पानी का लोटा साधना वक़्त में पास रखें जो अगले दिन पीपल के पेड़ पर ड़ाल दें | इस प्रकार 7 दिन करें | यूं तो मन्त्र स्वयं सिद्ध है | फिर भी विशेष लाभ लेने के लिए जो उपर विधि बताई है उसी का अनुसरण करें | 7 दिन में मन्त्र सिद्ध हो जाता है और भय से मुक्ति प्रदान करता है | इसे कहीं भी इस्तेमाल कर सकते हैं | घर से निकलते वक़्त पढ़ सकते हैं और सफ़र में जहाँ रात्रि विश्राम कर रहे हों वहाँ भी पढ़ सकते हैं | इससे हर प्रकार से रक्षा होती है |  यहाँ एक समय मीठे भोजन का मतलब है भोजन तो आप करते ही हो मगर दिन में एक वक़्त मीठा भोजन करें बाकि जैसे आप दाल रोटी खाते हो ठीक है |

इसका एक विशेष प्रयोग भी है अगर मिल सके तो जो प्रजापति (घुमियार) मिटटी के बर्तन बनाते हैं | उनके पास एक धागा होता है जिससे वो चक्र से बर्तन उतारते वक़्त बर्तन काट कर उतारते वक़्त इस्तेमाल करते हैं मगर कोई भी घुमियार उसे देता नहीं क्योंकि उसे बहुत संभाल के रखते हैं | आप चाहे कितने भी पैसे दो वो मना कर देते हैं | उन्हें आवी बंधने का डर होता है क्योंकि वशीकरण से लेकर मारण और मोहन, उच्चाटन आदि बहुत से प्रयोग उस पर किये जा सकते हैं | मैं यहाँ सिर्फ रक्षा प्रयोग दे रहा हूँ | अगर मिल जाये तो उस पर 108 बार यह ब्रह्मपाश मन्त्र जप किसी के गले पहना दिया जाये तो उस पर सारे तंत्र प्रयोग नष्ट हो जाते हैं और किसी भी प्रकार का जादू टोना उस पर असर नहीं करता चाहे कोई भी उस पर प्रयोग कर ले उस पर जाकर प्रयोग स्वयं कट जाता है |

साबर ब्रह्मपाश मंत्र

ॐ गुरु जी को आदेश

गोरा कत्ते शिव जी वट्टे ब्रह्मा तानी पाश |

चोरा, यारा, सिंहा, सर्पा चारों जान निराश ||

 

Om Guru Ji ko Aadesh

Gora Katte Shiv Ji Vatte Brahma Taani Paash |

Chora, Yaara, Singha, Sarpa Chaaro Jaan Niraash ||