चुटकी मंत्र मेरा अनुभूत मंत्र है | एक बार हिमाचल प्रदेश में था | हम ममलीग बस स्टॉप पर बस के लिए इंतजार कर रहे थे | मुझे प्यास लगी और सामने एक चाये की दुकान पर पानी पीने के इरादे से गया | उस आदमी ने पानी तो पिला दिया लेकिन मेरी आंखो में देख कर बोला जनाब मैं आपको पहचान गया हूँ | वह मुझे एक तांत्रिक मान रहा था | क्योंकि उसकी आंखो की चमक उस वक़्त ऐसी थी | बस छोटी सी बात पर उससे बहस छिड़ गई और उसने बाघियानी माता जिसे हिमाचल में उल्टी देवी भी कहते हैं छोड़ दिया | यह एक बहुत ही खतरनाक शक्ति है जिसका मंदिर नाहन जिला सरमौर में है | इसे सिरमौर वाली देवी भी कहते हैं | हमारे यहाँ पक्की मसानी कहा जाता है | इस देवी के बारे में यह प्रचलित है कि जिसे एक बार किसी पर भी छोड़ दिया जाए तो उसके घर और कार्य का कुछ नहीं बचता | इस देवी ने जंग के समय गुगा जी की मदद ईल बन कर की थी | इसे गुरु गोरख ने इस पहाड़ी पर स्थान दिया था | जिस तरफ मंदिर का मुख है उस तरफ के पहाड़ आज भी काले हैं | तब मैं इसी चुटकी से बचा और उसका वार वापिस चला गया | जब तक बस आ गई और हम आगे के सफर के लिए चल पड़े | इतना ही नहीं जब साधक साधना पर बैठे साधना में आने वाले विघ्न जैसे कि निद्रा, आलस्य और अंजाना भय भी उसी वक़्त दूर होता है | यह मंत्र मुझे एक महात्मा की कृपा से मिला है | इसलिए इसे आप स्व परख लें और लाभ देख सकते हैं | किसी भी तरह की आलोचना से मैं हमेशा दूर ही रहता हूँ | सिद्धि कोई भी हो साधक की मनोदशा पर निर्भर करती होती है | यह मंत्र आपको किसी किताब से नहीं मिलेगा क्योंकि ऐसे मंत्र किताबों में बहुत कम मिलते हैं |
साधना विधि
इसे आप दीपावली के दिन अथवा किसी भी सामान्य रात्रि में कभी भी सिद्ध कर सकते हैं | किन्तु 12 से 1 बजे तक का समय न चुने, और कोई भी टाइम चलेगा | आसन कोई भी ले सकते हैं। वैसे कुशा का आसन सर्वोत्तम है |
इस साधना को करने के लिए पास के किसी भी हनुमान जी के मंदिर में जाएँ | एक सरसों के तेल का दिया जला दें जोकि जब तक आपका मंत्र जप पूरा न हो दिया जलता रहना चाहिए | इसलिए एक बड़ा दिया ले लें | सवा मीटर लाल कपड़ा जो आपको हनुमान जी को लगोट के रूप में अर्पण करना है और सवा किलो लड्डू किसी भी तरह के ले लें | एक बात हमेशा याद रखें हनुमान जी को भोग अर्पण करते समय हमेशा एक तुलसी दल भोग के उपर रख देना चाहिए तभी उनकी क्षुधा शांत होती है | माला मूँगे की अथवा रुद्राक्ष की लें | आपको एक माला मंत्र जाप करना है | प्रसाद व लाल वस्त्र वहीँ हनुमान जी के चरणों में छोड़ दें और अपनी व परिवार की रक्षा के लिए प्रार्थना करें और घर आ जाएँ |
साबर चुटकी मंत्र
ॐ नमो गुरु जी चुटकी दाये चुटकी बाये,
चुटकी रक्षा करे हर थाएं |
बजर का कोठा अजर कबाड़ ,
चुटकी बांधे दसो दुयार ||
जो कोई घाले मुझ पे घाल उलटत देव वही पर जाए |
हनुमान जी चुटकी बजाए ,
राम चंदर पछताये, सीता माता भोग बनाया हनुमान मुसकाये |
माता अंजनी की आन ,
चुटकी रक्षा करो तमाम |
जय हनुमान, जय हनुमान, जय हनुमान ||
Sabar Chutki Mantra
Om Namo Guru Ji Chutki Daye Chutki Baye Chutki Raksha kare har thayen, Bajar ka kotha ajar kabarr chutki bandhe daso duyar, jo koee ghaale mujh pe ghal, Ultat dev vahi par jaye ,Hanuman ji chutki bjaye ram chander pachhtaye sita mata bhog banaya Hanuman muskaye , mata Anjni ki aan chutki raksha karo tmam , Jai Hanuman, Jai Hanuman, Jai Hanuman ||
प्रयोग विधि
सिद्ध करने के बाद जब भी जरूरत हो एक बार मंत्र पढ़के तीन बार चुटकी बजा दें | एक बार दायें, एक बार बायें, एक बार सिर के उपर, उसी वक़्त रक्षा होगी |