यह साधना संतान प्राप्ति के लिए की जाती है | साथ ही यह आपको संतान के साथ धन भी प्रदान करते हैं | कुबेर यन्त्र पर एक फूल पीले रंग का अर्पित करते हुए निम्न मंत्र का ज़प करें |
|| ॐ हसौं चन्द्र कुबेराये एह: आगच्छ तिष्ठ तिष्ठ स्वाहा ||
1. यह साधना पीले वस्त्र पहन कर करें और आसन भी पीला ही लें |
2. दिन- इसके लिए रविवार ठीक है |
3. अपने सामने बाजोट पर पीला वस्त्र बिछा कर कुबेर यन्त्र की स्थापना करें और यन्त्र के साथ ही सफ़ेद रंग के पुष्प स्थापित कर दें |
4. यन्त्र का पूजन पंचौपचार से करें जिसमे धुप, दीप, नैवेद्य, फल, अक्षत आदि हों |
5. दिशा- पूर्व दिशा की ओर मुख रख कर साधना करें |
6. माला- इस साधना के लिए स्फटिक की माला सबसे उत्तम है |
7. स्फटिक माला से 7,11 या 21 माला अपनी सुविधा अनुसार कर लें |
8. इसमें भोग मेवों का अर्पित करें और साधना जाप पूरा होने पर मेवों का प्रसाद और पीले पुष्प, अक्षत आदि यंत्र पर कुबेर देवता को अर्पित करें और प्रसाद स्वयं खाएं तथा परिवार के सदस्यों को बाँट दें | साधना के बाद कुछ दिन मानसिक जाप करते रहें और साधना समाप्ति के बाद यन्त्र और माला को छोड़ कर बाकी सामग्री जल प्रवाहित कर दें | इस प्रकार से साधना पूर्ण हो जाती है |
मंत्र
|| ॐ हसौं चन्द्र कुबेराये हुं ||
|| Om Hsoum Chandra Kuberaye Hum ||
ॐ