उग्र कुबेर साधना | Ugra Kuber Sadhana


उग्र कुबेर जैसे नाम से ही प्रतीक है कि यह स्वरूप में कुबेर धन के साथ साथ साधक के सभी शत्रु चाहे वो दैहिक हो या भौतिक जीवन में आने वाली बाधाएं या किसी गुप्त शत्रु द्वारा किए जा रहे षड्यंत्र या आपके मन में आने वाली हीन भावनाएं, यह सब शत्रु चाहे शारीरिक हो या आध्यात्मिक जीवन में आने वाली बाधाएं, उन सभी को हर लेते हैं और साथ ही साधक के जीवन में धन आदि की कमी दूर करते हैं | धन की कमी से रुके सभी कार्य गति ले लेते हैं और साधक एक निर्भीक जीवन जीने लगता है |

साधना विधि

एक लाल फूल लेकर कुबेर यंत्र पर निम्न मंत्र पढ़ते हुए कुबेर का स्थापन करें | लाल फूल यंत्र पर स्थापित कर दें |

 मंत्र 

|| ॐ हसौं उग्र कुबेराये एह: आगच्छ तिष्ठ तिष्ठ स्वाहा ||

 

  1. आसन और वस्त्र – इस साधना के लिए आप काले वस्त्र धोती आदि पहन लें, काले आसन का प्रयोग करें |
  2. दिन – शनिवार ठीक है इस साधना के लिए |
  3. माला – रुद्राक्ष की सर्वश्रेष्ठ है |
  4. दिशा – पूर्व दिशा की और मुख रखें |
  5. समय – रात 10 बजे ठीक है |
  6. सर्व प्रथम एक बाजोट पर काले रंग का वस्त्र बिछाएं | उस पर कुबेर यन्त्र का स्थापन करें और यन्त्र का पूजन धुप, दीप, फूल, नैवेद्य, फल, अक्षत आदि से करें और एक ताजा निम्बू अर्पित करें या यन्त्र के आगे स्थापित कर दें | रुद्राक्ष माला से माला को ह्रदय के पास रखते हुए मंत्र जाप करें |
  7. आप शास्त्र अनुसार 7, 11 या 21 माला जाप अपनी सुविधा अनुसार कर लें | जप के पश्चात लाल पुष्प, अक्षत और लाल फल यन्त्र पर अर्पित करें और जप गुरु जी या कुबेर जी को अर्पण कर दें और प्रसाद सभी परिवार के सदस्यों को बाँट दें |
  8. साधना पूरी होने के कुछ दिन बाद तक यह मंत्र मानसिक रूप में भी जपते रहें | इस प्रकार साधना पूरी हो जाती है | साधना के बाद यन्त्र और माला को छोड़कर सभी सामग्री उसी वस्त्र में बाँध कर जल प्रवाह कर दें | माला और यन्त्र अगली साधना के लिए रख लें |

 

मंत्र

 || ॐ हसौं उग्र कुबेराये हुम् ||

 

Mantra

 || Om Hsoum Ugra Kuberaaye Hum ||

 

 

 

ENGLISH VERSION

 

Ugra Kuber as it is known by name that in this form Kuber remove all the enemies of sadhak whether it is physical or the hurdle of material life or any intrigues of secret enemies or inferiority complex within you, all these enemies whether it is physically or the hurdle in spiritual life, Ugra Kuber remove these and alongwith that also remove the lack of money in sadhak’s life and from that all the stopped work takes speed and the sadhak live a bold and wealthy life.

 

Process of Sadhna

Establish the Ugra Kuber on the Kuber Yantra by offering the red flower on Yantra by chanting the following mantra. Establish that red flower on the Yantra.

 

Mantra

|| Om Hsoum Ugra Kuberaaye Eh Aagachh Tishth Tishth Swaha ||

 

  1. Mat and Cloths – wear the black dhoti and use the black mat(Aasan) for this sadhna.
  2. Day- Saturday is best.
  3. Rosary- Rudraksh Rosary is best.
  4. Direction- keep your mouth in the east direction.
  5. Time – 10 pm.
  6. First, lay a black cloth on the wooden slat (Baajot) and establish the Kuber Yantra on that. Now worship the yantra by incense(Dhoop), lamp(Deep), flowers, sacrament(naivedya), fruits, Rice(akshat) etc. and offer a fresh lemon or establish the lemon in front of the yantra. Chant the mantra on rudraksh rosary by positioning your hand near your heart.
  7. Chant the 7 rounds of rosary or 11 rounds or 21 rounds, chant as per your comfort. Offer the red flower, rice and red fruit on the yantra after complete chanting of mantra and render the chant of mantra (Mantra jaap) to Gurudev or Kuber and deal the sacrament (prasaad) to all the family members.
  8. After completion of the sadhna, mentally chant the mantra for few days. Therefore the sadhna is completed. After the sadhna afloat in water all the stuff by tying all in that cloth exclude the yantra and rosary. Keep the Yantra and rosary for next sadhna.

 

Mantra 

|| Om Hsoum Ugra Kuberaaye Hum ||